Shree Bajrang Baan Lyrics in Hindi- श्री बजरंग बाण हिंदी

Shri Bajrang Baan Lyrics in Hindi: पूरे देशभर में हनुमान जन्मोत्सव का पावन पर्व श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। मान्यता है कि इस दिन बजरंग बाण का पाठ करने से साधकों को सभी दुख-दर्द और संकटों से मुक्ति मिलती है। पंचांग के अनुसार, हनुमान जयंती साल में दो बार मनाई जाती है, पहली चैत्र पूर्णिमा को और दूसरी कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को।

उत्तर भारत में चैत्र पूर्णिमा को हनुमान जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, वहीं दक्षिण भारत में कार्तिक मास में यह पर्व विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन भक्त विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं और पवनपुत्र हनुमान के जन्मोत्सव का उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है।

मान्यता है कि हनुमान जी की पूजा, चालीसा और मंत्र जाप के साथ बजरंग बाण का पाठ करने से रोग, दोष और भय से मुक्ति मिलती है। विशेषकर, Hariharan Bajarang Baan Lyrics का पाठ करने से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही, वास्तु दोष और मांगलिक दोष जैसे कष्ट भी समाप्त हो जाते हैं।

बजरंग बाण पीडीएफ (BAJRANG BAAN PDF Download) डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें ↴

Bajrang Baan Lyrics in Hindi- बजरंग बाण लिरिक्स हिंदी में

॥ दोहा ॥

निश्चय प्रेम प्रतीत ते, विनय करें सनमान ।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान ॥

॥ चौपाई ॥

जय हनुमंत संत हितकारी ।
सुन लीजै प्रभु अरज हमारी ॥०१॥

जन के काज विलम्ब न कीजै ।
आतुर दौरि महा सुख दीजै ॥०२॥

जैसे कूदि सिन्धु वहि पारा ।
सुरसा बद पैठि विस्तारा ॥०३॥

आगे जाई लंकिनी रोका ।
मारेहु लात गई सुर लोका ॥०४॥

जाय विभीषण को सुख दीन्हा ।
सीता निरखि परम पद लीन्हा ॥०५॥

बाग उजारी सिंधु महं बोरा ।
अति आतुर यम कातर तोरा ॥०६॥

अक्षय कुमार मारि संहारा ।
लूम लपेट लंक को जारा ॥०७॥

लाह समान लंक जरि गई ।
जय जय धुनि सुर पुर महं भई ॥०८॥

अब विलम्ब केहि कारण स्वामी ।
कृपा करहु उर अन्तर्यामी ॥०९॥

जय जय लक्ष्मण प्राण के दाता ।
आतुर होय दुख हरहु निपाता ॥१०॥

जै गिरिधर जै जै सुखसागर ।
सुर समूह समरथ भटनागर ॥११॥

ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमन्त हठीले।
बैरिहिं मारू बज्र की कीले ॥१२॥

गदा बज्र लै बैरिहिं मारो ।
महाराज प्रभु दास उबारो ॥१३॥

ॐ कार हुंकार महाप्रभु धावो ।
बज्र गदा हनु विलम्ब न लावो ॥१४॥

ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा ।
ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर शीशा ॥१५॥

सत्य होहु हरि शपथ पाय के ।
रामदूत धरु मारु धाय के ॥१६॥

जय जय जय हनुमंत अगाधा ।
दु:ख पावत जन केहि अपराधा ॥१७॥

पूजा जप तप नेम अचारा।
नहिं जानत कछु दास तुम्हारा ॥१८॥

वन उपवन, मग गिरि गृह माहीं ।
तुम्हरे बल हम डरपत नाहीं ॥१९॥

पांय परों कर जोरि मनावौं ।
यहि अवसर अब केहि गोहरावौं ॥२०॥

जय अंजनि कुमार बलवन्ता ।
शंकर सुवन वीर हनुमंता ॥२१॥

बदन कराल काल कुल घालक ।
राम सहाय सदा प्रति पालक ॥२२॥

भूत प्रेत पिशाच निशाचर ।
अग्नि बेताल काल मारी मर ॥२३॥

इन्हें मारु तोहिं शपथ राम की ।
राखु नाथ मरजाद नाम की ॥२४॥

जनकसुता हरि दास कहावौ ।
ताकी शपथ विलम्ब न लावो ॥२५॥

जय जय जय धुनि होत अकाशा ।
सुमिरत होत दुसह दुःख नाशा ॥२६॥

चरण शरण कर जोरि मनावौ ।
यहि अवसर अब केहि गौहरावौं ॥२७॥

उठु उठु चलु तोहिं राम दुहाई ।
पांय परौं कर जोरि मनाई ॥२८॥

ॐ चं चं चं चं चपल चलंता ।
ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता ॥२९॥

ॐ हं हं हांक देत कपि चंचल ।
ॐ सं सं सहमि पराने खल दल ॥३०॥

अपने जन को तुरत उबारो ।
सुमिरत होय आनन्द हमारो ॥३१॥

यह बजरंग बाण जेहि मारै ।
ताहि कहो फिर कौन उबारै ॥३२॥

पाठ करै बजरंग बाण की ।
हनुमत रक्षा करैं प्राण की ॥३३॥

यह बजरंग बाण जो जापै ।
तेहि ते भूत प्रेत सब कांपे ॥३४॥

धूप देय अरु जपै हमेशा ।
ताके तन नहिं रहै कलेशा ॥३५॥

॥ दोहा ॥

प्रेम प्रतीतहि कपि भजै, सदा धरैं उर ध्यान ।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्घ करैं हनुमान ॥

बजरंग बाण पीडीएफ (BAJRANG BAAN PDF Download) डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें ↴

Shri Bajrang Baan Vidhi- बजरंग बाण करने की विधि

हनुमान जन्मोत्सव के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि कर स्वयं को शुद्ध करें। इसके बाद कुश के आसन पर बैठकर प्रभु हनुमान का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लें। Bajarang Baan Lyrics के पाठ से पूर्व सबसे पहले प्रथम पूज्य भगवान गणेश की पूजा करना आवश्यक है। इसके बाद माता सीता और प्रभु श्रीराम की आराधना करें।

फिर हनुमान जी को सिंदूर, फूल, माला अर्पित करें और लड्डू का भोग लगाएं। पूजा के पश्चात घी का दीपक जलाएं। इसके उपरांत रुद्राक्ष की माला के साथ या बिना माला के भी श्रद्धापूर्वक Hanuman Bajrang Baan Lyrics in Hindi का पाठ करें। इस विधि से बजरंग बाण पाठ करने पर साधक को हर प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है और भगवान हनुमान की कृपा सदैव बनी रहती है।

यह भी पढ़ें- Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi

बजरंग बाण करने से मिलने वाले लाभ- Bajrang Baan Paath Benefits

Bajrang Baan ka Paath करने से जीवन की कई कठिनाइयाँ समाप्त हो जाती हैं। विशेष रूप से अविवाहित युवाओं के लिए यह अत्यंत फलदायी माना गया है। मान्यता है कि बजरंग बाण का aनियमित पाठ करने से शादी में आ रही अड़चनें दूर होती हैं और हनुमान जी की कृपा से शीघ्र विवाह होता है।

अगर किसी की कुंडली में ग्रह दोष है, तो Bajrang Baan in Hindi का पाठ करना बेहद शुभ होता है। इस दौरान आटे से बना दीपक अवश्य जलाना चाहिए। कार्यक्षेत्र में आने वाली समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए भी हनुमान जी की पूजा के साथ बजरंग बाण का पाठ करना लाभकारी होता है।

वास्तु दोष के कारण जीवन में परेशानियाँ आ रही हों, तो दिन में तीन बार बजरंग बाण का पाठ करें और हर मंगलवार को अवश्य करें। इसके अलावा मांगलिक दोष के निवारण के लिए हनुमान जन्मोत्सव और मंगलवार को Bajrang Baan Ka Paath Benefits प्राप्त करने हेतु श्रद्धा भाव से इसका पाठ करना शुभ माना गया है।

FAQ 1: 

1: बजरंग बाण क्या है?

उत्तर: बजरंग बाण हनुमान जी की स्तुति में रचित एक शक्तिशाली स्तोत्र है। इसका पाठ करने से भक्त के जीवन से नकारात्मक शक्तियाँ, भय, बाधाएँ और कष्ट दूर हो जाते हैं। यह हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त करने का सरल और प्रभावी साधन है।

2: Bajrang Baan Ka Paath कब करना चाहिए?

उत्तर: Bajrang Baan Ka Paath मंगलवार और शनिवार को विशेष फलदायी माना जाता है। इसके अलावा हनुमान जन्मोत्सव, संकटमोचन हनुमान पूजा या किसी संकट के समय भी इसका पाठ करना शुभ होता है।

3: Bajrang Baan Ka Paath करने के लाभ क्या हैं?

उत्तर: बजरंग बाण का पाठ करने से विवाह में आ रही बाधाएँ दूर होती हैं, कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है, ग्रह दोष और मांगलिक दोष का निवारण होता है तथा भय और रोग से मुक्ति मिलती है।